छोटी चिड़ियाँ दूर देश से उड़ कर आती है
दाना लाती है,चुन चुन लाती है
बच्चों को खिलाती है ,उन्हें खिलाती है
छोटी चिड़ियाँ खो मत जाना
दूर बहूत है तेरा ठिकाना
उड़ते उङते पँख थके तो
पेड़ छाँव में तुम छुप जाना
आना तुमको वापस ही है
बच्चों को खिलाना है,उन्हें खिलाना है
छोटी....
रात घनी है,बादल छाए
वारिस भी है,ठंड लग रही
बच्चे डर के दुबक दुबक कर
तेरी टोह में जगे हुए हैं
तुम घर आना ,देर ना करना
जल्दी आना,
संग में थोड़े तिनके लाना
बच्चों को बहलाना है,
उन्हें सुलाना है
छोटी...
मीठे मीठे लोरी गाना
थपकी दे दे उन्हें सुलाना
नींद अगर ना आये उनको
फिर परियों की कथा सुनना,
फिर भी गर ओ ना माने तो
मीठी चपत लगाना है
उन्हें सुलाना है ....
छोटी चिड़ियाँ दूर देश से उड़ कर आती है
दाना लाती है,चुन चुन लाती है
बच्चों को खिलाती है ,
उन्हें खिलाती है,
उन्हें बहलाती है
उन्हें सुलाती है
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