from the fountain of my creativity
Thursday, August 25, 2022
53.चलो चलें
चलो धरा तुम आज गगन में
स्वर्ण किरण को छू के आए
लिए हाथ में भर भर पिचकारी
तपते सूरज को शीतल कर जाये
मैं भी आती हूँ तेरे पीछे
मेरे संग भी चंद सितारे
फिर टाकेंगे मोती इनमें
चम चम करते प्यारे प्यारे
देर हुईं गर घर आने में
डर कैसा संग टिम टिम जुगनू सारे
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